अपने आप को सच्चे कट्टर हिंदू समझते हो तो ये सारे व्यंजन खाना क्यों नहीं छोड़ देते?
संवाददाता
सज्जाद अली नायानी
आरब देशोंसे आनेवाला पेट्रोल, डिझल हम खा नहीं सकते। लेकीन पामोलीन तेल तो प्रत्येक व्यक्ति खाता ही है।
बता दे कि पामोलीन तेल मलेशिया ओर इण्डोनेशिया से आता है। इस तेल से कई हिंदु भगवान का दिया प्रज्वलित करता है। सुबह चाय के साथ फाफडा, गांठिया, फरसाण और जलेबी
का लुप्त उठाता है। दुपहर को होटल, रेडीपटरी वाले के पास पूरी भाजी खाता है। सव्जी, दालफ्राय खाता है। सामको समोसा, वडापाउं खाता है। रात को सब्जी रोटी खाता है।और क्या क्या नहीं खाता है?
मलेशिया और इण्डोनेशिया मुस्लिम देस है। वहां के मुसलमान पाम के फलों से पामोलीन तेल नीकाल कर भारत भेजते है।अपने आपको सच्चे हिंदु मानने वालो को चाहिए कि यह सारे व्यंजनों का बहिष्कार करना चाहिए। क्या पता इस तेल में भी थुंक मीलाकर भेजते ही होंगे ? हिंदु धर्म को पवित्र रखने का प्रश्न है।