जांच के बाद इलाके के लोगों को अब इंतजार है सख्त कार्रवाई का ,मामला घटिया निर्माण का

जुन्नारदेव
संवाददाता

जांच के बाद अब कार्रवाई का इंतजार है क्षेत्रीय जनों को कार्रवाई का होना बेहद जरूर अन्य पंचायत में दिखेगा इस कार्रवाई का असर निर्माण कार्य घटिया मस्टर रोल में भी भारी गड़बड़ी कड़ी कार्यवाही से ही आएगा सुधार

जुन्नारदेव :- जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद जिला पंचायत सीईओ द्वारा गठित टीम ने न सिर्फ जाच पूरी कर ली अपितु जांच रिपोर्ट भी सी.ई.ओ जिला पंचायत को सौंप दी अब नजरपुर पंचायत सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक सहित उप यंत्री, एस.डी.ओ, अधिकारी जुन्नारदेव मनरेगा और सी.ई.ओ जनपद पंचायत के जुन्नारदेव पर क्या कार्रवाई होती है क्षेत्रीय जनों को अब इस बात का इंतजार हैं।

सनद रहे कि जनपद पंचायत जुन्नारदेव के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत नजरपुर इन दिनों सुर्खियों में है। इस पंचायत के सरपंच सचिव और रोजगार सहायक ने उपयंत्री, एस.डी.ओ, अधिकारी (मनरेगा) जुन्नारदेव एवं सी.ई.ओ जनपद पंचायत जुन्नारदेव को हाथ में ले निर्माण कार्य हेतु आए करोड़ों रुपए को भारी बर्बाद किया है। इस पंचायत में कुछ निर्माण कार्य हुए हैं इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता। पर हुए इन निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार है जिनकी जांच हो जाए तो आसानी से स्पष्ट हो जाएगा।

वहीं इस पंचायत में एकमात्र तालाब ही नहीं है कि तालाब बना नहीं और पंचायत ने राशि निकाल ली है। इसके अलावा इस पंचायत में आवास कई स्थानों की सड़क मोक्षधाम शांति भवन और खेल मैदान आदि है। जो बने ही नहीं ।वही रुपया निकल गया। इसके अलावा पिछले वर्ष 15लाख रुपए का तालाब जहां 3/4 लाख रुपए में बना दिए। वहीं क्षेत्र के दर्जनों मजदूर ऐसे हैं जिन्होंने मनरेगा के तहत काम किया एवं पंचायत से उनका भुगतान तक नहीं हुआ।

बिलकुल खौफ नहीं है पंचायत को

ग्राम पंचायत पालाचोरई हो या नजरपुर या जमकुंडा या अन्य सभी ग्राम पंचायत को इन सभी पंचायत में जो निर्माण कार्य घटिया दर्जे के हो रहे हैं यह तालाब आवास खेल मैदान जो बन नहीं रहे हैं और रुपया निकाल ले रहे हैं। मनरेगा के तहत मस्टर रोल में मजदूरों का नाम डालकर जो पंचायत फर्जी रुपया निकाल ऐस कर रही है। उसमें सीधी बात है कि इन ग्राम पंचायत में खौफ नहीं है। इस बात के लिए सी.ई.ओ जनपद पंचायत जुन्नारदेव मुख्य रूप से जिम्मेदार है क्योंकि इन सभी पंचायत को इनका खुला संरक्षण है।

अब पहली बार आया ऊंट पहाड़ के नीचे

पिछले कई वर्षों से जो इस पंचायत में भ्रष्टाचार हो रहा है शासकीय राशियों का दुरूपयोग हुआ है। यह मात्र सी.ई.ओ जनपद पंचायत जुन्नारदेव के द्वारा संरक्षण देने से हुआ है। किंतु ऐसा पहली बार देखने में आया है कि संरक्षण देने वाले कुछ परेशान है। नजरपुर क्षेत्र के निवासी ने अपने खेत में तालाब निर्माण न होने एवं पंचायत ने लगभग ₹300000 की राशि निकाल लेने पर आवेदक में जिला कलेक्टर को शिकायत कर दी। जिन्होंने सी.ई.ओ छिंदवाड़ा को जांच हेतु निर्देश दे दिया जिसके चलते टीम गठित हो गई।

क्षेत्रीय जनों को इंतजार है कार्रवाई का

जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद जिला पंचायत के सी.ई.ओ ने जो टीम गठित की उसके द्वारा न सिर्फ जांच की गई है अपितु जांच रिपोर्ट भी सोप दी है और क्षेत्र के लोगों को सरपंच सचिव रोजगार सहायक से ले उप यंत्री एस.डी.ओ मनरेगा के अधिकारी जुन्नारदेव एवं सी.ई.ओ जनपद पंचायत जुन्नारदेव पर क्या कार्रवाई होती है? उसका इंतजार रहेगा। उक्त मामला शासकीय धन की बर्बादी से लें फ्रॉड और 420 का मामला बताया जा रहा है। यदि कार्रवाई होती है तो निसंदेह पालाचोरई जमकुंडा सहित अन्य ग्राम पंचायत में भी इसका असर देखने को मिलेगा।

खास बात ये है कि
हमारे पत्रकार द्वारा
जुन्नारदेव सीईओ से संपर्क किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया?
संवाद
मनोज डोंगरे – जिला ब्यूरो

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