अब जिम्मेदारी हमारी है: निवाड़ा के युवाओं ने गांव में स्वच्छता अभियान से बदली तस्वीर

निवाड़ा गांव में युवाओं ने दिखाया नया जज़्बा: स्वच्छता अभियान से बदली तस्वीर
Media Detection रविवार विशेष: सामाजिक बदलाव की मिसाल पेश करते हुए निवाड़ा गांव के युवाओं ने रविवार को स्वच्छता अभियान का सफल आयोजन किया। इस स्वच्छता अभियान का नेतृत्व युवा स्वयंसेवक ईनाम उल हसन ने किया। खास बात यह रही कि यह पहल युवाओं ने बिना किसी सरकारी सहयोग के पूरी जिम्मेदारी के साथ की, जिससे गांव का नज़ारा ही बदल गया।
संवेदनशीलता से शुरू हुई क्रांति
ईनाम उल हसन ने बताया कि “गांव में गंदगी बढ़ने से न केवल पर्यावरण दूषित हो रहा था, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ रही थीं। इसलिए हमने तय किया कि अब जिम्मेदारी हमारी है।” सुबह 7 बजे से ही युवाओं की टोली ने गलियों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई शुरू की। गांव के बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे भी इस अभियान का हिस्सा बने। एक ग्रामीण ने कहा, “युवाओं की इस पहल ने हमें गर्व का अहसास कराया। अब हमें विश्वास है कि हमारा गांव स्वच्छ और स्वस्थ बनेगा।”
स्थायी बदलाव की ओर कदम
इस अभियान के अंत में युवाओं ने एक स्वच्छता समिति बनाने का निर्णय लिया, जो नियमित अंतराल पर सफाई और जागरूकता कार्यक्रम चलाएगी। साथ ही कचरे के निपटान के लिए एक ठोस योजना बनाने पर चर्चा हुई। निवाड़ा के इस बदलाव की खबर तेजी से फैल रही है। इस अभियान ने यह साबित कर दिया कि जब युवा आगे आते हैं, तो बदलाव निश्चित होता है। निवाड़ा गांव आज स्वच्छता के प्रति अपनी सामुदायिक जिम्मेदारी निभाने का एक आदर्श बन चुका है।
ईनाम उल हसन के नेतृत्व में गांव में पहले भी कई महत्वपूर्ण गतिविधियां सफलतापूर्वक आयोजित की गई हैं। इनमें सामुदायिक स्थल पर टीन शेड का निर्माण, पौधारोपण अभियान, मतदाता जागरूकता, शिक्षा जागरूकता, और जल संरक्षण जैसे विषयों पर जागरूकता बढ़ाना शामिल है। वर्तमान में उन्होंने नेहरू युवा केन्द्र से सम्बद्ध द ग्रेट भगत सिंह यूथ क्लब और युवा कल्याण विभाग से संबद्ध युवक मंगल दल निवाड़ा के गठन किया हुआ है जिसमें गांव के युवा बड़ी संख्या में जुड़े है।