शेलके ने अगर थोड़ी सी भी की होती दैर तो उस मासूम का बचना था मुश्किल?

रिपोर्टर:-
रेलवे के अलर्ट पॉइंट्समैन मयूर शेलके ने अपनी सूझबूझ एवं बहादुरी से एक बच्चे की बचायी जान।
श्री मयूर सखाराम शेलके, ने अपनी सूझबूझ , साहसी पराक्रम औऱ बहादुरी से मध्य रेल के वांगनी स्टेशन में रेलवे में एक पाइंट्समैन के रूप में कार्य करते हुए अपनी जान को खतरे में डाल कर, एक 6 साल के बच्चे की जान बचाई।
दिनांक 17.4.2021 को लगभग 18.25 बजे श्री मयूर सखाराम शेलके ने एक घटना में, मध्य रेल के मुंबई मंडल के वांगनी स्टेशन पर अपनी ड्यूटी के दौरान एक बच्चे को ट्रैक पर गिरा हुआ देखा जो प्लेटफार्म पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था।
बच्चा इतना छोटा था कि वह प्लेटफ़ार्म पर चढ़ने में असमर्थ था।
उसी समय ट्रेन संख्या 01302 अप (उद्यान एक्सप्रेस) उसी ट्रैक पर तेजी से आ रही थी। श्री शेलके,
तुरंत हरकत में आए और ट्रैक पर कूद गए और तेजी से बच्चे की ओर दौड़े व बच्चे को उठा प्लेटफॉर्म पर धकेलकर उसे बचा लिया और फिर वह खुद प्लेटफॉर्म पर एक सेकंड में चढ़ गये।
इस प्रकार उनकी समय पर कार्रवाई और दिमाग की सूझबूझ व साहस से बच्चे के जिंदगी बची।
बतया जाता है यह बच्चा अपनी माँ के साथ प्लेफॉर्म पर चलते समय ट्रैक पर गिर गया था, लेकिन बाद में,
यह ध्यान में आया कि माँ नेत्रहीन थी और वह अपने बच्चे को बचाने में असमर्थ थी।
वह अपने जीवन के लिए चिल्ला रहा था।
श्री पीयूष गोयल, माननीय रेल मंत्री ने इस बच्चे के जीवन को बचाने में उनके द्वारा दिखाए गए साहस के लिए श्री शेलके से व्यक्तिगत रूप से बात की और उनके कार्य की सराहना की।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके पराक्रम की तुलना किसी पुरस्कार या पैसे से नहीं की जा सकती,
बल्कि उन्हें उनके काम से मानवता को प्रेरित करने के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
श्री संजीव मित्तल, महाप्रबंधक, मध्य रेल, श्री शलभ गोयल, मंडल रेल प्रबंधक, मुंबई मंडल और अन्य लोगों ने भी उनके साहसी कार्य के लिए सराहना की है।