विश्व विख्यात सूफी बुजुर्ग हजरत सय्यद सालार मसउद गाजी r a के आशिकानो में इस साल भी इस कदर क्यों छाई मायूसी ?

रिपोर्टर:-
मेला जेठ स्थगित- इस वर्ष भी नही आ पांयगी ग़ाज़ी मियां की बारातें ।
ना ही लगेगा मेला ? बहराइच विश्व प्रसिद्ध सूफी बुजुर्ग हज़रत सैय्यद सालार मसऊद ग़ाज़ी (रह0) की दरगाह पर सैकड़ों वर्षों से एक माह तक चलने वाला मेलाजेठ, कोरोना संक्रमण और लाक डाउन के कारण स्थगित कर दिया गया है।
इस वर्ष भी साहिबे आस्ताना की मज़ार पर देश के विभिन्न प्रान्तों व उत्तर प्रदेश के दर्जनों जनपदों से गाजे बाजे, निशान और पलंग पीढ़ीयों के साथ आने वाले ग़ाज़ी मियां की मशनवी (प्रतीकात्मक ) बारातें नही आ सकेंगी और ना ही मेला लगेगा ।
दरगाह शरीफ प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष सैय्यद शमशाद अहमद एडवोकेट ने सभी श्रद्धालुओं ( आशिकाने ग़ाज़ी ) से अपील करते हुवे कहा किCovid-19 महामारी के दृष्टिगत लॉकडौन चल रहा है।
दरगाह शरीफ का वार्षिक मेला जेठ जो 27 मई ब्रहस्पतिवार 2021से होना था।
और मुख्य दिवस बारात का दिन 30 मई रविवार प्रस्तावित था ।
कोरोना महामारी के दृष्टिगत उक्त मेला जेठ के सभी कार्यक्रम स्थागित किये जाते हैँ ।
सभी ज़ायरीन/आम लोगों से निवेदन है कि इस अवसर पर लोग अपने अपने घरों पर ही रहकर नज़र नियाज़ कराएं और उक्त मेला जेठ में दरगाह शरीफ न आयं ।