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राजभाषा नीति के सफल कार्यान्वयन में योगदान पर गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सम्मानित हुए अमन कुमार

बागपत, 18 सितंबर 2024 – गृह मंत्रालय की नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) की 15वीं अर्धवार्षिक समीक्षा बैठक ग्राम स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित की गई, जिसमें हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और सरकारी कामकाज में इसके उपयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक में केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों, बैंकों और बीमा संस्थानों के प्रमुख और प्रतिनिधियों ने भाग लिया। लेकिन इस बैठक का विशेष आकर्षण रहे बागपत के युवा अमन कुमार, जिन्हें हिंदी के प्रचार-प्रसार में उनके अद्वितीय योगदान के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

अमन कुमार, जो नेहरू युवा केंद्र बागपत से जुड़े हैं, ने पिछले दो वर्षों में हिंदी के सफल कार्यान्वयन और इसके उपयोग को बढ़ाने के लिए अनुकरणीय प्रयास किए हैं। अमन ने ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं के बीच हिंदी के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ-साथ हिंदी भाषा की महत्ता पर जोर दिया। उनके इन प्रयासों को इस बैठक में न केवल सराहा गया, बल्कि उन्हें वर्ष 2023-24 और 2024-25 के दौरान राजभाषा नीति के सफल क्रियान्वयन में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस सम्मान ने अमन को एक प्रेरणा स्रोत बना दिया है, जो भविष्य में अन्य युवाओं को भी हिंदी के प्रति जागरूक करने में अहम भूमिका निभाएंगे।

बैठक का शुभारंभ नराकास बागपत के अध्यक्ष देवल एस पारिख, आरसेटी के निदेशक योगेंद्र सिंह और चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ संदीप द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। अध्यक्ष देवल एस पारिख ने अपने उद्घाटन भाषण में हिंदी के सरकारी कामकाज में उपयोग को एक संवैधानिक कर्तव्य बताते हुए इसे विकसित भारत के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि देश के विकास में हिंदी की भूमिका को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है, और अमन कुमार जैसे युवा इस दिशा में प्रेरणादायक कार्य कर रहे हैं।

चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ संदीप ने भी हिंदी को बढ़ावा देने के लिए चल रही सरकारी योजनाओं का जिक्र किया और अमन कुमार के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने गृह मंत्रालय द्वारा संचालित “कंठस्थ 2.0” सॉफ्टवेयर के उपयोग पर जानकारी दी, जो हिंदी में काम को सरल और प्रभावी बनाने में मददगार है।

नराकास के सचिव अभय नाथ मिश्र ने बैठक का संचालन किया और सभी कार्यालयों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने हिंदी के प्रचार और इसके व्यापक उपयोग के लिए संवाद और गतिविधियों के आयोजन पर बल दिया। बैठक में “कालिंदी धारा” पत्रिका के छमाही प्रकाशन और तिमाही हिंदी बैठकों के आयोजन पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

बैठक के दौरान हिंदी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया, जिनमें केनरा बैंक से कंचन शर्मा, चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य संस्थान से डॉ विकास गुप्ता, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से शोभा कुमारी चंद्रा, बैंक ऑफ बड़ौदा से दीप्ति शर्मा और नेहरू युवा केंद्र बागपत से अमन कुमार शामिल थे।

इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा से मंजीत साव गृह मंत्री अमित शाह का संदेश भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें हिंदी के प्रचार-प्रसार के महत्व और इसे सरकारी कामकाज में और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने की बात कही गई। बैठक में केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों, बैंकों और बीमा संस्थानों के प्रमुख और प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिन्होंने हिंदी के प्रचार-प्रसार में अपने योगदान की समीक्षा की और इसे और अधिक सशक्त बनाने के लिए अपने विचार साझा किए। चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य संस्थान के सहायक निदेशक डॉ विकास गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

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