कबाड़ मशीन को नई बताकर खरीदी गई,नगर परिषद भ्रष्टाचार के घेरे में

तकीम अहमद जिला ब्यूरो
जुन्नारदेव

 

जुन्नारदेव नगर पालिका परिषद खरीदी को लेकर फिर घिरी

कबाड़ जैसी छन्ना मशीन को ₹ 3,40,000 में खरीदने की खबर
(सब गोलमाल है)
पुरानी मशीन पर रंग रोगन कर नई बना दिखाया

बिना ब्रांड वाली छन्ना मशीन की महंगी खरीद को लेकर चर्चा

जुन्नारदेव—-सदैव ही अपनी विवादित कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा में घिरी जुन्नारदेव नगर पालिका परिषद में भ्रष्टाचार किए जाने की कथित तौर पर एक और नया मामला सामने आया है। इस दफा यह मामला नगर पालिका में खरीदी से जुड़ा हुआ है। नगर पालिका परिषद के द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत बड़ी मात्रा में खरीदी की जा रही है। लेकिन इस खरीदी को लेकर अब बड़े सवाल खड़े होना भी शुरू हो गए हैं।

 

 

दरअसल बीते दिनों आनन फानन में नगर पालिका परिषद के द्वारा अपशिष्ट प्रसंस्करण केंद्र में उपयोग किए जाने के लिए एक छन्ना मशीन का क्रय किया गया है। इस छन्ना मशीन को देखकर यह सहसा ही सहजतापूर्वक अनुमान लगाया जा सकता है कि भ्रष्टाचार किस पैमाने पर किया जा रहा है ? दरअसल लगभग सिर्फ 300 किलो लोहे की इस मशीन में एक पुरानी मोटर लगी हुई है, लेकिन नगर पालिका ने इस मशीन को लगभग ₹ 3 लाख 40 हजार की बड़ी महंगी लागत से खरीदा है। इस खरीदी के मामले में महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि खरीदी के कुछ ही दिनों में इसका भुगतान भी कर दिए किए जाने की खबर है।

 

 

 

इस मशीन की खरीदी के लिए शासन के पोर्टल पर लीपापोती कर एक कबाड़नुमा यह मशीन को यहां लाकर रंग रोगन कर लगा दिया गया है। नियमों के मुताबिक इस मशीन का इंस्टालेशन भी नहीं किया गया है। इस मशीन से कचरा को छानकर उसके अपशिष्ट पदार्थ से खाद्य बनाए जाने का उपयोग किया जाएगा। लेकिन मशीन की वजन और गुणवत्ता को देखकर यह स्पष्ट रूप से परिरक्षित हो रहा है कि इस खरीदी में नपा के कर्मचारी, अधिकारीगण एवं जनप्रतिनिधियों की कथित तौर पर मिलीभगत और साठगांठ है।

बिना ब्रांड की छन्ना मशीन पर खर्च कर दिए जनता के ₹ 340000—-

नगर पालिका परिषद के द्वारा भारत स्वच्छता अभियान के तहत जबरन ही व्यय किया जा रहा है, जबकि शहर में स्वच्छता के बुरे हालात को देखा जा सकता है। इस छन्ना मशीन के संदर्भ में महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि एक पुरानी कबाड़नुमा मशीन को रजत कलर से पोत दिया गया है और बगैर ब्रांड की इस मशीन में पुरानी मोटर पर रंग करके उसे नए दिखाने की कोशिश की गई है। हल्के गेज का लोहा, घटिया मोटर, बिना ब्रांड का लोहा मशीन को इस तरह से खरीदने के बाद यह अनुमान है कि इस छन्ना मशीन की खरीदी में बड़ा भ्रष्टाचार हो सकता है ?

 

 

इसको लेकर स्थानीय जनों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सहित जिला कलेक्टर को कार्रवाई हेतु शिकायत भी की है।

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