गर चे जनसंख्या के आधार पर संपन्नता तय होती तो चीन दुनिया का सबसे गरीब देश होता और भूटान दुनिया का सबसे अमीर देश?
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रिपोर्टर:-
ये तो सभी को पता है कि चीन की जनसंख्या लगभग 140 करोड़ है और भूटान की मात्र 7 लाख।
जब 1947 में आजाद हुआ भारत . उस समय भारत में 74% लोग गरीब थे।
जबकि 2012 में मात्र 24 फ़ीसदी गरीब रह गए।
क्योंकि उस सरकार के पास काम करने का एक विजन था कुछ करने की क्षमता थी।
लेकिन बीते 7 वर्षों में जिस तरीके से देश की बर्बादी साल दर साल बढ़ती गई इसी कारण केंद्र सरकार ने अपनी 7 साल की नाकामी का ठीकरा बढ़ती जनसंख्या पर फोड़ने का प्रयास किया है ।
केंद्र सरकार अच्छे से जानती है जनसंख्या जैसे विषय को मुद्दा बनाकर बढ़ती महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी ,आर्थिक मंदी ,डूबी अर्थव्यवस्था इन सभी मुद्दों से छुटकारा पाया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश द्वारा लाए गए इस बिल को केन्द्र सरकार का ही एक छडयंत्र कह रहा हूं ।
क्योंकि भविष्य में यही बिल पूरे देश में लागू होने वाला है!