छिंदवाड़ा में इन्हे कैसे बना दिया गया सहाय्यक अधिशीक्षिका,भ्रष्टाचार का अड्डा बना जनजातीय कार्य विभाग?
छिंदवाड़ा
संवाददाता
डिडौरी जिलें में परिवीक्षा अवधि में चल रही एक शिक्षिका का कैसे हो गया संसोधन छिदंवाडा में, कैसे बना दिया गया सहायक अधीक्षिका भ्रष्टाचार का अड्डा बना जनजातिय कार्य विभाग ?
छिंदवाड़ा ।आखिरी कैसे एक डिडौरी से आई शिक्षिका को जिला मुख्यालय के छात्रावास में बना दिया सहायक अधीक्षिका छिदंवाडा कान्या परिसर में जिनकी लापरवाही से एक नाबालिक छात्रा ने की खुदकुशी उसके बाद सहायक आयुक्त एंव छात्रावास अधीक्षक हुई थी निलबिंत आखिर कैसे हो गई बहाल-
जनजातीय कार्यविभाग विभाग में नियम कायदें भले ही सरकार बनाती हो, लेकिन इन नियम कायदों को ताक पर रखकर अपने नियम कायदें चलाने का काम स्थानीय अधिकारी हमेशा करते रहे हैं।
खासकर जब अटैचमेंट की बात हो तब शासन के दिशा-निर्देशों को हमेशा ही नजरअंदाज करते हुए अपने चहेते शिक्षकों को कार्याल
यीन काम के लिए अटैचमेंट करना आम बात है। हाल ही में अटैचमेंट का नया कारनामा बिल्कुल चौंका देने वाला है। डिडौरी जिलें में पदस्थ एक शिक्षिका कैसे परिवीक्षा अवधि में उनका दुसरे जिलें में स्थान्तरण हो गया एंव सहायक आयुक्त की मेहरबानी से एक नया पद बनाकर उन्हें कान्या परिसर के छात्रावास में सहायक अधीक्षिका बना दिया गया जबकि जनजातीय कार्यविभाग के छात्रावास में ऐसा कोई पद होता ही नहीं है तो आखिर सहायक आयुक्त ने ये मेहरबानी क्यों किया ये एक बडा सवाल है।
जबकि उनकी परिवीक्षा अवधि अभी चल रही है ।आखिर शिक्षिका ने डिडौरी से आपना स्थानांतरण कैसे करा लिया ये भी एक बडा सवाल है? आखिर कौन से अधिकारी ने नियम की अनदेखी कर कर दिया स्थान्तरण। सहायक आयुक्त की एक और मेहरबानीया मोटा राशि का चढावा।
हर्रई विकासखंड के हडाई स्कूल की एक शिक्षिका जिसकी अभी पूरी तीन साल परिवीक्षा अवधि भी पूरी नहीं हुई थी ( चल रही है) उसे चौरई के कान्या छात्रावास में कैसे बना दिया गया अधीक्षिका?
जबकि विभाग के निर्देशानुसार परिवीक्षा अवधि में काम करने वाले शिक्षक/शिक्षिका को शाला विशेष के लिए पदस्थ किया जाता है। किसी भी परिस्थिति में उसे दूसरे स्कूल या किसी कार्यालय में अटैच नहीं किया जा सकता। 3 साल तक एक ही स्कूल में ठीक तरह से पढ़ाने पर ही उसकी परिवीक्षा अवधि पूरी मानकर नियमित करने की कार्रवाई की जाती हैं।
इस नियम के विरूद्ध जनजातीय कार्यविभाग ने हडाई स्कूल से चौरई में अधीक्षिका के पद पर अटैच कर दिया, जो उसकी परिवीक्षा अवधि नियमों के विपरीत तो है साथ ही जिस स्कूल में उसकी पदस्थी जिस विषय पढ़ाने के लिए हुई थी, उससे वहां के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।
मनोज डोंगरे – जिला ब्यूरो