जानिए फिलिस्तीन में मौजूद दुनिया के सब से पुराने जेरिको नाम से मशहूर शहर के बारे में, , जो साढ़े ग्यारह हजार साल पुराना शहर , और भी कुछ खासम खास जानकारियां
विशेष संवाददाता
मो अफजल इलाहाबाद
दुनिया का सब से पुराना शहर
फ़िलीस्तीन का जेरीको शहर दुनिया का सब से पुराना शहर माना जाता है। ये शहर कोई साढ़े ग्यारह हज़ार (11500) साल पुराना शहर है. अरबी में इस शहर को अरीहा और हिब्रू में यरीहो कहा जाता है।.
गौर तलब हो कि साल 1868 में पहली बार जेरीको में खुदाई हुई इसके बाद कई बार यहां खुदाई हुई और बहुत सारी चीज़ें दरयाफ़्त हुईं। जिन में मिट्टी के बर्तन, हड्डियों और कांसे से बने हुए सामान, टोकरियाँ और कपड़े वग़ैरह मिले थे। पुरानी दीवारें और गोलाई में बने हुए घर अभी भी मौजूद हैं। ये पूरा शहर फसील बंद ( walled city) था।. दीवारें इस तरह बनाई गईं थीं कि भूल भुलैय्या लगती थी। यानी सब से पुराना होने के साथ साथ ये दुनिया का पहला फ़सील बंद शहर (walled city) भी था।
तोरह और इंजील में इस शहर का इसका ज़िक्र मिलता है. बनी इस्राइल जब इस्राइल में दाख़िल हुए तो उन्होंने सब से पहले इसी शहर पर क़ब्ज़ा किया। लेकिन जेरीको की तरक्की उस वक़्त हुई जब ये रूमी सल्तनत का हिस्सा बना। ईसा से 600 साल पहले ये फारस में का हिस्सा बना। इसके बाद इसे कुसतुनतुन ने जीत लिया। इसी दौर में यहां ईसाई मज़हब फैला और चर्च क़ायम हुए।
ऐसा माना जाता है कि ख़िलाफ़त ए राशिदा में हज़रत उमर के दौर में यहां एक छावनी क़ायम हुई।. 659 ईस्वी में ये ये शहर मुक्कमल तौर पर अमीर मुआविया के कंट्रोल में आ गया। उमूवी ख़लीफ़ा हिशाम बिन अब्दुल मलिक ने यहां एक महल तामीर किया था ये महल आज भी मौजूद है और इसे क़स्र ए हिशाम कहते हैं।
1179 ईस्वी में एक बार फिर जेरीको पर ईसाइयों का क़ब्ज़ा हो गया. 1187 ईस्वी में सलाहुद्दीन अय्यूबी ने ईसाईयों को हराकर उन्हें यहां से निकाल दिया।
जेरीको मुस्लिम आबादी वाला शहर है। तक़रीबन 94% मुसलमान रहते हैं। 6% यहूदी रहते हैं। यहां कई मस्जिदें मौजूद हैं। क़स्र ए हिशाम में बनाई गयी मस्जिद यहां की सब से पुरानी मस्जिद है।
इसके अलावा भी यहां कई मस्जिदें हैं।