जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत के कारण भू माफिया है चंगा,अवैध निर्माण शबाब पर
वसई
संवाददाता
लालप्रताप सिंह
वसई तालुका में वन विभाग के भूखंड को जिम्मेदार अधिकारियों के मिलीभगत से लील रहे हैं भूमाफिया / अवैध निर्माणकर्ता
वसई विरार शहर में वन विभाग के भूखंडों पर हो रहा बिंदास अतिक्रमण। वनपाल, वन परिक्षेत्र अधिकारी शिकायतों के बावजूद भी अतिक्रमण को ध्वस्त करने में नाकाम।जिस की वजह से यह कहना गलत नही होगा कि इनके द्वारा भ्र्ष्टाचार की मलाई चाट ली गई है।इसलिए कार्यवाई करने के बजाय अपने जिम्मेदारियों से विमुख हो रहे हैं?
बता दें कि वसई विरार शहर के मांडवी परिक्षेत्र अंतर्गत सर्वे नं.१२६, सर्वे नं.९४, सर्वे नं.२५८, सर्वे नं.२८ में वन विभाग के भूखंड पर कब्जा कर भूमाफियाओं अथवा असामाजिक तत्वों द्वारा कानून कायदों नियमों की परवाह किए बिना जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से बेख़ौफ़ अतिक्रमण किया जा रहा है। जो कि इन दिनों सोशल मीडिया पर सुर्खियां भी बटोर रहा है। लेकिन कार्यवाई एक टके
की भी नही शून्य है। यदि क्षेत्र में जिम्मेदार सरकारी अधिकारी इसी प्रकार से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे तो वह दिन दूर नही होगा जब क्षेत्र में बचे खुचे वन क्षेत्र कांक्रिट के जंगल में तब्दील हो जाएंगे।
फिलहाल यथा स्थिति देखते हुए यह कहना अतिश्योक्ति नही होगा कि क्षेत्र में वन रक्षक ही वन भक्षक बन गए हैं जो कि अपनी स्वार्थपूर्ति हेतु वनकी रक्षा करने के बजाय वन्य प्राणियों व पर्यावरण के काल बने हुए है।
महाराष्ट्र के उप मुख्य मंत्री,मुख्य मंत्री और जिम्मेदार सरकारी बाबू शायद इस ओर सख्ती से ध्यान दे तो इस समस्या का तुरंत ही हल निकाला जा सकता है।
संवाद लाल प्रताप