देश का लोकतंत्र और संविधान खतरे में क्योंकि तनाशाही चरमसीमा पर! राम लोटन निषाद
लखनऊ
संवाददाता
देश में तानाशाही चरमसीमा पर, लोकतंत्र और संविधान खतरे में :रामलौटन निषाद
लखनऊ । सामाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम लौटन निषाद ने यहाँ कहा कि 2024 लोकसभा का चुनाव देश को बचाने का चुनाव है, संविधान व लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है।
अगर इस बार सभी लोग एक होकर मतदान नहीं करेंगे तो आने वाले समय में हो सकता है कि चुनाव भी ना हो जैसे कि भारतीय जनता पार्टी के लोग चाहते हैं क्योंकि 2024 लोकसभा का चुनाव देश की दिशा और दशा तय करेगा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय
अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपना दिल बड़ा करके इंडिया गठबंधन के साथियों को दिल खोल के सीटें दी है और सारी शर्तों को मानने का काम किया है, सिर्फ इसलिए कि देश की सत्ता से भारतीय जनता पार्टी आमजन,किसान, छात्र नौजवान
विरोधी भाजपा का सफाया हो सके।क्योंकि यह लोग देश को तानाशाह व राजतंत्र बनाने में लगे हुए हैं,
विपक्ष के सबसे बेहतरीन नेता अखिलेश यादव जी मजबूती के साथ इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रहे हैं। देश में तानाशाही तरीके से विपक्ष के नेताओं को जिस तरह से परेशान किया जा रहा है, जेल में डाला जा रहा है,उनकी आवाज बनकर अखिलेश यादव जी उन सभी विपक्ष के नेताओं के साथ खड़े हुए हैं।
हम सभी साथियों को दिन-रात मेहनत कर इंडिया महागठबंधन को जीताने के लिए मेहनत करना पड़ेगा।तभी देश का संविधान और लोकतंत्र बचेगा।
संवाद:मोहमद अरशद यूपी