मुस्लिम युवक को मंदिर का प्रसाद खाना इतना पड़ा महंगा कि मौजूद भीड़ ने उसे पेड़ से बांध कर मौत के घाट उतारा ,हुई दर्दनाक मौत से फैली सनसनी

दिल्ली
रिपोर्टर
जावेद

सुंदर नगरी दिल्ली की यह इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना घटित हुई है। मुस्लिम युवक
मोहम्मद ईसार का सिर्फ अपराध ये था कि उसने मंदिर का प्रसाद का केला उठाकर खा लिया था, वहॉं मौजूद भीड़ ने उसे बॉंध कर इतना पीटा कि उसकी जान चली गई।

सुन्दर नगरी दिल्ली में एक पतली सी गली से हम जिस घर पर पँहुचे हैं वो एक बेहद छोटा सा घर है, ईसार के अब्बू फलों का ठेला लगाते हैं, 4 बहनों का इकलौता भाई था ईसार, उसकी दर्दनाक मौत को लेकर मृतक की बहनों का रो रो कर बुरा हाल है, शायद स्थानीय पुलिस के लिये इतनी बड़ी घटना भी बेहद सामान्य है, क्योंकि मारा गया युवक एक मुसलमान समुदाय से है। इस लिए किसी मामूली बात का मुद्दा बनाकर उसे बे मौत मारने में कोई किसी को झिझक नहीं न कानून का खौफ।

हमारे देश के पीड़ित मुस्लिम लोग हर समय आए दिन गौ हत्या, गौ तस्करी,जय श्री राम का नारा नही लगाने,और लव जिहाद जैसे और कई झूठे गुनाहों की तहत जमा भीड़, मोब लिचिंग के शिकार होते रहे है। जान बूझकर उन्हे जान गवानी पड़ रही है। लेकिन सताधारी महकमा ऐसे गंभीर मामले को देख, जान बूझकर अपनी मस्ती में चुप चाप सो रहा है। इस लिए बेखौफ , हैवान बने अपराधियों पर कोई किसी पर लगाम नही और नही कोई डर । लगता है कि ये सिलसिला कभी थमने वाला भी नही है।क्योंकि मुसलमानों की जान की कोई कीमत नहीं है जोकि सिर्फ कीड़े मकोड़े की तरह बन चुकी है।

हमने अपनी तरफ़ से आर्थिक मदद की है। साथ ही हमारी वकीलों की टीम इस मामले को अदालत में लड़ेगी।
दिल्ली सरकार से अपील है कि मॉब लिंचिंग में मारे गये ईसार के परिजनों को 50 लाख रूपये का मुआवज़ा प्रदान करे।

इमरान प्रतापगढ़ी

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