यू तो नियत में खोट ही नही तो और क्या है ? सत्ता के मुहाने पर किये गए सब वादे भुला दिए,आवाम को बेवकूफ बनाये बैठे है ?
रिपोर्टर.
हिंदुत्व के नाम पर सत्ता में आई भाजपा जातिवाद को बढ़ावा दे रही है।
जिसका प्रमाण लखनऊ में 1 महीने से चल रहे जातीय सम्मेलन को देख समझा जा रहा है।
जिसमें प्रत्येक दिन ब्राह्मण, बनिया, वैश्य, ठाकुर, जाट, भुइयार कश्यप ,एससी, कुर्मी, यादव ,बाल्मीकि, सैनी, मौर्य, कुशवाहा सहित सैकड़ों जातियों के सम्मेलन कर रही है। जिससे यहां अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा हिंदुओं को जातिवाद में बांटकर अलग करने का काम कर रही है ?
जबकि मंचों पर एक से बढ़ कर एक बयान बाजी होती है।
अब यह जातिवाद कहां से आया क्या जातिवाद करके बीजेपी एक बार फिर से जनता को गुमराह करना चाहती हैं ?और उसी के बल पर फिर से तुरुप का इक्का खेलना चाहती है?
बड़े बड़े वादे करने वाली बीजेपी सरकार ने उत्तर प्रदेश में गड्ढा मुक्त सड़कों का ऐलान किया।
मगर आज तक गड्ढा मुक्त सड़कें नहीं हो सकी इसी से अंदाजा लगा लीजिए कि सिर्फ और सिर्फ वादे ही करती है उस ओर कोई अमल और कार्रवाही नही ।
बीजेपी सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने को कहा पर किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ?
बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए कहा पर किसी को आज तक मुकम्मल रोजगार नहीं मिला।
बीजेपी ने कहा कि व्यवसाय के लिए मुद्रा लोन पर किसी सिक्योरिटी के किसी बैंक से ले सकते हो पर ऐसा नहीं है।
अगर कोई लोन लेना चाहे तो उसको पूरे पूरे कागजात मांगे जाते हैं।
और लोन लेने के बाद उनसे परसेंटेज की भी बात चलाई जा रही है।
ऐसे में जनता का कैसे उद्धार हो सकता है जब तक भ्रष्ट अधिकारी अपनी अपनी कुर्सियों पर मलाई खाते रहेंगे और सरकार सिर्फ इन लोगो को बेवकूफ बनते देखते रहेगी।
गरीब रोटी के लिए, बेरोजगार नौकरी के लिए ,तो किसान खेती करने के लिए लोन लेना चाहे तो भी वह नहीं ले सकता है ।
अब तो ग्रीन कार्ड की सुविधा भी बंद कर दी गई बैंकों में।
ऐसे में किसान क्या करेगा किस की आस पर जियेगा?
किसानों ने ही इस दुनिया को आगे बढ़ाया और किसान आज के दिन भुखमरी का शिकार हो रहा है। कर्ज़ से बेहाल है और आएदिन आत्महत्या करने पर मजबूर है?