व्यापारियों पर बरपा पुलिस का इस कदर कहर,रक्षक ही बने भक्षक,दुकानदारों से जबरन लूट
लखनऊ
संवाददाता
रक्षक ही बने भक्षक–
लखनऊ में व्यापारियों पर पुलिस का कहर, वर्दी का रौब दिखाकर जबरन लूट रही है दुकानदारों को पुलिस,
थाना गाजीपुर अंतर्गत मुंशी पुलिया, चौराहे पर आरोही कॉम्प्लेक्स नॉनवेज की दुकान चलाने वाले जहीर अहमद से पुलिस चौकी का पूरा स्टाफ वर्दी के दम पर मुफ्त में खाता है बिरयानी, कोरमा, कबाब,
दुकानदार द्वारा पैसा मांगने पर मिलती है किसी केस में फंसाने की धमकी, दुकान के फोटो खींचकर धमकाती है पुलिस,
विगत 10 अप्रैल को ‘हवलदार बनारसी” दुकान से फ्री में नॉनवेज का पार्सल ले गया, इसके कुछ ही समय बाद दोबारा पार्सल मांगने पर दुकानदार ने चौकी में तैनात दरोगा जी से बात कराने को कहकर पुष्टि करने को कहा, तो हवलदार भड़क गया।
20 अप्रैल को दरोगा मनोज और सिपाही सुनील नॉनवेज दुकान पर पहुंचे और दुकानदार जहीर के बेटे रईस, कारीगर इरफान को पुलिस चौकी पकड़कर ले गए, जहां उनको बंद करके खूब मारा पीटा, दुकानदार जहीर के पड़ोसी मित्र राजकुमार वर्मा जब पुत्र और कारीगर से मिलने चौकी पहुंचे तो उनको भी बंद करके पुलिस ने जमकर मारा पीटा!
जब ये बात दुकानदार जहीर अहमद को पता चली तो वो चौकी पहुंचे जहां दरोगा विशाल श्रीवास्तव ने जहीर को गालियां देते हुए जिंदगी भर जेल में सड़ाने की धमकी दी, पुलिस ने बेटे और कारीगर को छोड़ने की कीमत 25 हजार रुपए मांगी,
दुकानदार जहीर ने किसी तरह 15 हजार रुपए जुटाकर जब चौकी में दिए तब जाकर पुत्र, कारीगर और पड़ोसी राजकुमार को छोड़ा, लेकिन जहीर को चौकी पर रोक लिया कहा गया यह सुबह आयेंगे, उनको छोड़ने के बदले पुलिस ने थाने से आई जीप में डीजल के 3 हजार लेकर दुकानदार को छोड़ा।
इस घटना से दुकानदार जहीर अहमद का पूरा परिवार गहरे सदमे में हैं, परिवार डरा और सहमा हुआ है, पहले से ही जहीर अक्सर बीमार रहते हैं, जबकि वेज दुकानदार कानून का पालन करते हुए नियमानुसार वक्त पर अपनी दुकान बंद करता है,
पूरी घटना को लेकर शासन प्रशासन से गुहार लगाई है कि हमारी रिपोर्ट दर्ज करते हुए उक्त घटना की निष्पक्ष और विश्वसनीय जांच करवाकर 18 हजार रुपए वापस दिए जाए साथ ही पीड़ित व्यक्तियों की मेडिकल जांच हो उसके अलावा पीड़ित परिवार की जान और माल की सुरक्षा प्रदान किए जाने के आदेश पारित किए जाए।
पीड़ित जहीर अहमद- 9451541696
पीड़ित रईस अहमद- 9936118757
संवाद ;आफाक अहमद