सनसनीखेज मामला,यहां भवन निर्माण स्वीकृति के लिए 5हजार से लेकर 50हजार RS तक की हो रही मांग,बटोरने में लगे है अध्यक्ष और सीएमओ

संवाददाता
पंकज पाराशर छतरपुर

नगर पालिका परिषद छतरपुर में अध्यक्ष व सीएमओ द्वारा भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा

भवन निर्माण स्वीकृति के लिए ₹5000 से लेकर ₹50000 तक की मांग: बटोरने में लगे अध्यक्ष और सीएमओ

नगर पालिका परिषद छतरपुर में बीते डेढ़ वर्ष से भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा बनी हुई है, बगैर लेन देन के चपरासी से लेकर अफसर भी कोई काम नहीं कर रहे। सरकार की हर एक महत्वपूर्ण योजना का लाभ अपात्र लोगों को बांटा जा रहा है।

समग्र आईडी, पोर्टल में नाम जुड़वाना, प्रधानमंत्री आवास सूची, विवाह पंजीयन, भवन निर्माण स्वीकृति आदि समस्त कामों में भ्रष्टाचार की रेट सूची तय की गई है। उक्त राशि जमा करो और काम होगा नहीं तो काम नहीं किया जाता है। तमाम विकास कार्य मे ठेकेदारों से कमीशन के नाम पर मोटी रकम ली जा रही है।

लोगों के आरोप है कि चपरासी से लेकर अफसर तक हर काम का रुपए मांगता है। रुपए नहीं देने पर लोगों को भगा दिया जाता है। भवन निर्माण स्वीकृति के लिए₹5000 से लेकर ₹50000 तक मांग की जाती है, यहां अध्यक्ष और सीएमओ बटोरने में लगे हैं।

बीते सात माह पहले ही नगर पालिका परिषद छतरपुर में लोकायुक्त के द्वारा उपयंत्री को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था, इसके बावजूद भी कर्मचारियों की कर शैली में कोई सुधार नहीं देखा जा रहा है। कई लोगों के द्वारा लोकायुक्त संगठन सागर में शिकायत की जा चुकी हैं, जल्द ही भ्रष्टाचार संबंधित कार्यवाही देखने को मिल सकती है। जिसमें नगर पालिका के कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़ा जा सकता है।

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