हिजरी सन् के मुताबिक दिलीप साहब 101 बरस के हो चुके थे, वैसे भी सौ साल कम नही होते?

रिपोर्टर:-

101 बरस के दिलीप साहब 50 बरस की उम्र में किया उमरा।
दिलीप साहब का जन्म 11 दिसंबर 1922 बरोज सोमवार को पेशावर में हुआ।

उस दिन इस्लामी केलेंडर के मुताबिक़ हिजरी सन 1341 रबी-उल-अव्वल का महीना और तारीख 22 थी।
इंतकाल के वक़्त हिजरी सन 1442 और जिल कदा महीने की 26 तारीख थी बरोज बुध था।
हिजरी सन के मुताबिक़ दिलीप साहब 101 बरस के हो चुके थे।
वैसे भी 100 साल कम नहीं होते ।
सन 1971 ईस्वी में दिलीप साहब ने उमरा (तीर्थयात्रा) भी कर लिया तब साहब 50 साल के थे।
अगर दिलीप साहब कुछ महीने और रहते तो अगले साल दिसंबर 2022 में 100 साल के हो जाते।
फिल्मी इतिहास में इतनी लंबी उम्र बिरले लोगों को ही नसीब हुई है।
मुकरी साहब , अजीत , के0आसिफ़ , ऋषिकेश मुखर्जी और दीना पाठक ये सभी दिलीप कुमार के हमउम्र यानि सभी सन 1922 में जन्मे थे।

दिलीप कुमार का फिल्मी हमउम्र इस वक्त कोई भी जीवित नहीं है ।
समकालीन देवआनंद हो या राजकपूर ये भी दिलीप साहब से छोटे थे और उनसे दशकों पहले दुनिया छौड़कर चले गए!
मोहम्मद रफ़ीक , मुकेश , किशोर कुमार , तलत मेहमूद जैसे गायक जो दिलीप साहब को फ़िल्म में आवाज़ देते थे ।
ये सभी साहब से उम्र में काफी छोटे थे जो बरसों पहले गुज़र गए।
यहां तक कि इनकी हीरोइनें नुरजहाँ , सुरैया , मधुबाला और नरगीस भी उम्र में काफी छोटी थी।

इनकी खास हिरोईन जो कभी इनकी पहली प्रेमिका भी रही कामिनी कौशल ही आज जीवित है।
और बाक़ी अदाकारा जैसे वैजयंती माला तो करीब 14 साल छोटी है साहब से, वहीदा रहमान भी 16 बरस छोटी है साहब से ।
लता मंगेशकर और हास्य अभिनेत्री सुलोचना भी साहब से बहुत छोटी है।
निम्मी जिनका इंतक़ाल पिछले साल हुआ वो भी साहब से उम्र में काफी छोटी थी।

यहाँ तक की सायरा बानो उनकी शरीके हयात भी 22 साल छोटी है। बल्कि दिलीप साहब तो सायरा बानो की अम्मी नसीम बानो के भी दोस्त थे।
मेरे लेख का मतलब ये हुआ कि दिलीप कुमार साहब लीजेंड एक्टर थे। जिन्होंने फिल्मी दुनिया को उभरते और उरूज पर चमकने के साथ ढ़लान पर लुढ़कते हुए भी क़रीब से देखा।
उनकी याददाश्त भी वक्त के साथ फिल्मी दुनिया की चकाचौंध से धुंधली हो गई थी।

फ़िल्म इंडस्ट्रीज में 98 बरस की उम्र वाले दिलीप कुमार साहब के नाम बहुत से रिकार्ड हैं ।
जैसे फ़िल्म एक्टर में सबसे ज्यादा फ़िल्म फेयर जितने वाले कलाकार ठीक वैसे ही सबसे लंबी उम्र की पारी खेलने वाले भी दिलीप साहब ही है।
क्या आप उन कलाकारों के नाम और उम्र बता सकते है जिन्होंने ज़िन्दगी की सबसे लंबी पारी खेली।
पिछले सात या आठ बरस से साहब की याददाश्त लगभग खत्म हो चली थी।

उन पर 15 साल पहले से मानसिक तनाव भी हावी था ,
सायरा बानो जी ने पत्नी का धर्म बखूबी निभाया। सलाम हो उनके जज़्बे को।

सन 1971 में दिलीप कुमार ने उमरा भी किया था।
बहुत कम लोग जानते है कि आपने फिल्मी जिंदगी की शुरुआत बतौर लेखक सन 1943 में की।
जनाब बॉम्बे टाकीज में लेखक थे।
गंगा जमुना और लीडर फ़िल्म तो दिलीप कुमार ने खुद लिखी थी।

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